चन्द्रशेखर सरकार के 6 मार्च 1991 को इस्तीफे के साथ ही लोकसभा भंग हो गई और महज डेढ़ वर्ष के भीतर ही देश को मध्यावधि चुनाव का सामना करना पड़ा। 1991 के मई-जून में 10वीं लोकसभा के लिए आम चुनाव हुआ।
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